आज से कुछ सालों की बात करे तो एक समय में ऐसी खबर फैली थी जब बच्चे हाँथ में रैपर वाला टैटू चिपकाते थे जिसमें कीड़े-मकोड़े का चित्र बना होता था जिसे अगर बच्चे चिपका कर सोते थे तो छिपकलियां आके काट लिया करती थी जिससे जानलेवा खतरा बन जाता था।
वैसे वो टैटू आज भी मिलते है लेकिन आज के पीढ़ी के माता-पिता भी सतर्क हो गये है वो ऐसी समाग्री से अपने बच्चो को दूर ही रखते है। वैसे पुरे देश भर में दिवाली के चलते घरो में साफ़ सफाई चल रही है जहाँ गन्दगी से छिपकलियों का निकलना आम बात है ऐसे में अगर आपको छिपकली काट ले तो घबराये नहीं क्योंकि खबरों की माने तो बहुत से डॉक्टरों का दावा है कि छिपकलियां जहरीली नही होती, लेकिन इनका काटे हुए जख्म को हल्के में भी नहीं आँका जा सकता क्योंकि छिपकलियों की स्किन बहुत ही जहरीली और खतरनाक होती है अगर ये काटने के तुरंत बाद उस घाव पर स्किन रगड़ दे तो ये जानलेवा भी हो सकती है।
इसलिए आज हम आपको कुछ घरेलु उपाय बताने जा रहे है जिससे आपके काटे हुये घाव पर इन्फेक्शन नही होगा और जहर भी नही फैलेगा, ध्यान रहे ये कि इन उपायों के साथ मेडिकल सहायता लेने में ज़रा भी देरी ना करें।
गलती से काट ले छिपकली तो अपनाये ये घरेलु उपचार
● चिपकाली के काटे हुए स्थान को गर्म पानी में 10 से 20 मिनट तक डुबो कर रखे, ऐसा दिन में 4-5 बार करे इससे ब्लड का फ्लो बढ़ेगा और इन्फेक्शन नही फैलेगा।
● घाव पर एंटीबायोटिक क्रीम का प्रयोग करे और ज्यादा सेफ्टी के लिए मेडिकली सहायता लें
● घाव के आस-पास बर्फ से सिकाई करे जहाँ सूजन आयी हो लेकिन ध्यान रहे इस बर्फ को घाव पर नही लगाए।
● जहां पर घाव है उस जगह को ज्यादा मूवमेंट न करे इससे ब्लड का बहाव तेज मात्रा में होने लगेगा।
● जिस पार्ट में छिपकाली ने काटा हुआ हो उसपर आप किसी भी प्रकार का कपड़ा या पट्टी न बांधे, घाव को हवा लगने दें उसे कवर न करे।
तो दोस्तों आप इन तरीकों से आप छिपकलियों के वार से निजात पा सकते है
शरद पूर्णिमा की हार्दिक मंगलकामनाओं के आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (16-10-2016) के चर्चा मंच "शरदपूर्णिमा" {चर्चा अंक- 2497 पर भी होगी!
धन्यवाद जी
उपयोगी जानकारी- धन्यवाद.
आभार प्रतिभा जी
सुन्दर ।
धन्यवाद सुशील जी
Nice artical
Hello mujhe chipakali ne kata tha aur ab meri puri body par blue colour k rashes ho gaye hai mujhe bta dijiye me kya karu