आलू के बारे में सब लोग जानते है। यह एक सदाबहार सब्जी है। जो आपको हर मौसम में मिलती है। सब्जियों में आलू की बहुत अधिक भूमिका है। आलू के बहुत सारे फायदे भी हैं। यह केवल सब्जी के रूप में ही नहीं बल्कि यह बीमारियों से लडने के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
आज यहां पर हम आलू खाने के क्या क्या फायदे हैं इसके बारे में जानेंगे। और ये भी जानेंगे की कैसे आलू रोगों को ठीक कर सकता है।
आलू से रोगों का इलाज
1. आलू का सेवन करने से मनुष्य के अदर रक्तपित्त की बीमारी ठीक होती है।
2. जब किसी बच्चे को खेलते समय चोट लग जाये और चोट पर नील पड जाये तो जहां पर नील पड़ा है अगर कच्चा आलू पीसकर लगाया जाये तो बहुत ज्यादा लाभ मिलता है।
3. शरीर कहीं से जल जाये या ज्यादा धूप के कारण त्वचा थोड़ी झुलस जाये या फिर त्वचा पर झुर्रियां पड़ जायें तो आलू का रस उस स्थान पर लगाने से बहुत लाभ मिलता है। यह त्वचा के हर रोग के लिए लाभदायक है।
4. कब्ज होने पर कब्ज को दूर करने के लिए आलू को भून कर खाना चाहिए। यह आपको कब्ज के साथ साथ आपको आतड़ियों की सड़ांध को खत्म कर देता है। आलू के अन्दर पोटेशियम साल्ट मिलता है जो अम्लपित्त को रोकने में सहायक होता है।
5. गठिया रोग ठीक करने के लिए आलू बहुत महत्वपूर्ण है। क तीन-चार आलू सेक कर उनमें नमक, मिर्च डालकर हर रोज खाने से गठिया रोग कुछ ही दिनों में ठीक हो सकता है।
6. गुर्दे की पथरी के लिए भी आलू बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिस भी व्यक्ति को पथरी है उसे आलू और पानी का सेवन ज्यादा करके रहना चाहिए। इससे शरीर में रेत और पथरी जल्दी ही बाहर निकल आते हैं।
7. जिसका रक्तचाप हाई रहता है उसे आलू का सेवन करना चाहिए। इससे उसका रक्तचाप सामान्य हो जाता है।
8. त्वचा को गोरा करने के लिए आलू को पीसकर लगाना चाहिए। त्वचा गोरी हो जाती है।
9. आंखों के जाले निकालने के लिए कच्चे आलू को पीस कर उसे काजल की तरह इस्तेमाल करें। इससे पुराने से पुराना जाल निकल जायेगा।
10. आलू प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत है। सूखे आलू में करीब 8.5% तक प्रोटीन पाया जाता है। यह बुढें व्यक्तियों के लिए उनकी कमजोरी ठीक करने में काम आता है।
आशा करता हूँ कि दी गई जानकारी आपको पसंद आयी होगी।
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (23-09-2016) को "नेता श्रद्धांजलि तो ट्विटर पर ही दे जाते हैं" (चर्चा अंक-2474) पर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर…!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'