हम लगातार कोशिश कर रहें है की आपका स्वास्थ्य ठीक रहें। आपको हर बीमारी से बचाने के उपाय हम बता रहें हैं। आपका भी फर्ज बनता है की अगर किसी बीमारी के बारे में जानना है तो हमको बतायें। आज हम खसरे के बारे में बात करने वाले हैं। ये रोग छोटे बच्चों को जल्दी होता है और जिसमें की ये रोग एक छूत का रोग है। यानी की खसरा एक ऐसा रोग है जो एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को लग जाता है।
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हिन्दी इंटरनेट में, आज हम आपको खसरे से बचने के और उसको ठीक होने के कुछ उपाय बताने वाले हैं। कृपया इनको दूसरे लोगों को भी बतायें। जिससे लोगों को पता चले और रोग होने से पहले ही बचाव भी कर सके। पहले हम आपको इसके लक्षणों के बारे में बतायेंगे। जिससे आप इसको पहचान सको।
खसरा होने पर रोगी के प्रारंभिक लक्षण
सबसे पहले जब भी कोई रोग व्यक्ति को होता है तो उसके मानसिक संतुलन में थोडा बदलाव आता है। और लगभग रोग की शुरुवात बुखार से होती है और इसके अंदर रोगी को साथ में खांसी भी शुरू हो जाती है।
इस रोग में तो आप एक साथ कई चीजें देख सकते हैं जैसे की रोगी को बहुत सारी छींके आने लगती है जिसके कारण उसकी नाक से पानी भी आता है। आपको रोगी की आँखों में लालपन दिखाई देगा। सबसे ज्यादा जानने वाली बात ये है की उसकी छाती पर छोटे छोटे लाल दाने से हो जाते है। आप इनके जरिए पहचान कर सकते हैं।
खसरे से बचाव के कुछ आसान उपाय
1. सबसे पहले तो ये ध्यान रखें की रोगी को किसी दूसरे व्यक्ति के सम्पर्क में ना आने दे। इससे दूसरे को खसरा होने की सम्भावना बढ जाती है। क्योंकि यह रोग वायरस के कारण फैलता है।
2. यह रोग उनको जल्दी होता है जिनका रहन सहन, खान-पान ठीक नहीं होता। जो सफाई का ज्यादा ध्यान नहीं देते। इसलिए अपना सफाई का पूरा ध्यान रखें और खान-पान को सुधारें।
3. जिस किसी व्यक्ति को खसरे का रोग हो जाये तो उसको रसों वाले फल ज्यादा खिलायें। पानी का पूरा ध्यान रखें। पानी से स्वस्थता अच्छी प्रकार से ठीक होती है।
4. खसरे होने पर रोगी को हल्का भोजन दें। भारी भोजन से ना कहें।
ये उपाय जरूर अपनायें और दूसरों के साथ शेयर करें
5. खसरे के रोग को ठीक करने के लिए शहद और लौंग को अच्छा माना जाता है। आप लौंग को कूटकर उसके अन्दर शहद मिला के भी ले सकते हैं। इससे आपका खसरा ठीक हो जायेगा।
6. किसी भी रोग में दवा से ज्यादा परहेज काम करता है। इसमें भी कुछ परहेज बरतें जैसे ज्यादा मिठाइयां और नमक का प्रयोग ना करें। ज्यादा मसालों का प्रयोग और तली हुई चीजों का परहेज करें।
7. खसरे के अंदर नीम के पानी की साथ स्नान करें। इससे पहले आप गीली मिट्टी को अपने पेट पर हल्का हल्का लगा लीजिएगा। इसके बाद ही नीम के पानी से स्नान करें।
8. इसमें शहद की मुख्य भूमिका है। इसलिए किसी भी औषधि का प्रयोग करें तो उसको शहद के साथ जरूर ले। जैसे हल्दी का प्रयोग आप शहद के साथ कर सकते हैं। इससे भी खसरा ठीक होता है। रोगी व्यक्ति जहां पर रहता है वहां पर थोडा सा प्रकार का प्रबंध जरूर करें।
9. खसरा होने पर कोई ज्यादा हिम्मत वाला काम ना करें। इसमें रोगी को आराम करना चाहिए। एक दो बार अच्छे डाक्टर को जरूर दिखा लिजिए। ताकी पता चल सके की खसरा खत्म हुआ है या नहीं।