हमारे देश यानी भारत में निमोनिया के कारण मरने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है ये संख्या कैंसर के मरीजों से भी दुगनी है। यह लोगों की मृत्यु का मैन कारण हो सकता है। इसलिए यह सबसे जानलेवा बीमारी साबित होती है। निमोनिया होने का सबसे बडा कारण हमारे फेफड़ों के अंदर सक्रमण होना है। इससे बचाव कर करना बहुत अधिक जरूरी है। जिस व्यक्ति की रोग-प्रतिरोधक क्षमता यानी रोगों से लड़ने की ताकत कमजोर हो चूकी है ये रोग उन लोगों को अपना शिकार जल्दी बनाता है।
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हिन्दी इंटरनेट में, आज हम आपको निमोनिया की शिकायत को दूर करने के लिए कुछ हेल्थकेअर टिप्स बताने वाले है जो की बिल्कुल घरेलू नुस्खों पर आधारित है। क्योंकि आयुर्वेदिक दवा ही किसी बीमारी को जड से खत्म कर सकती है। तो लिजिए शुरू करते हैं।
निमोनिया ठीक करने हेतु कुछ जरूरी उपाय
1. आपको निमोनिया में अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है। इसलिए आहार में उन चीजों को जरूर जोडे जो आपके फेफड़ों के लिए लाभकारी हो जैसे – मेथी, अदरक, काली मिर्च आदि।
2. निमोनिया रोग में हर रोज अदरक का सेवन भी ठीक माना जाता है। आप अदरक को चूस भी सकते हैं और उसको चटनी के रूप में प्रयोग भी कर सकते हैं।
3. तिल भी निमोनिया के रोग के लिए लाभदायक माने जाते हैं। इसके उपयोग के लिए आप थोडे से पानी में कुछ 10-15 ग्राम तिल डालकर और साथ में उसमें थोडा नमक प्रयोग करें और उसका सेवन करें तो आपका निमोनिया ठीक हो जायेगा।
4. आप शहद को किसी भी प्रकार से प्रयोग करें ये आपको हर बीमारी में लाभ पहुंचता है। निमोनिया में भी शहद की अपनी अलग भूमिका है। आप इसको थोडे गुनगुने पानी के साथ प्रयोग करें।
5. फेफड़ों में सक्रमण के भी बहुत सारे कारण हो सकते हैं जैसे उनके अंदर कफ का सडना। इसलिए आप कफ बाहर निकालने के लिए शहद और अलसी का प्रयोग करें। इससे आपका निमोनिया जल्दी ठीक होने लगता है।
6. तुलसी के सेवन से भी निमोनिया बिल्कुल ठीक हो जाता है। इसके लिए आप तुलसी के कुछ पत्ते लेकर उनको कूट लिजिए और उन कूटे हुए पतों में काली मिर्च का चूर्ण बिखरकर दिन में दो प्रयोग करें तो कुछ दिनों में ही आपका निमोनिया ठीक हो जायेगा।
7. अपनी छाती पर गुनगुना तारपीन के तेल से और थोडे से कूपर को मिलाकर उससे मालिश करेंगें तो आपको बहुत ही लाभ मिलेगा।
8. निमोनिया रोग के अंदर आपको अपने पैरों और छाती का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए आप सुबह सूरज की धूप और तेल की मालिश का ध्यान रखें। और इसके साथ ही सफाई का भी ध्यान जरूर रखें।
9. ऐसे फलों का सेवन करना बहुत आवश्यक है जिनसे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जिससे आपके अंदर रोग से लड़ने की ताकत बने और आप स्वस्थ हो सकें।