दोस्तों, आप सबको याद होगा कि सितम्बर, 2016 से जियो देश का अकेला ऐसा नेटवर्क है जिसने भारतीयों को अनलिमिटेड वॉइस कॉल्स की सुविधा दी और इसका एक बहुत बड़ा कारण था, जियो कॉल्स का VoLTE तकनीक से संपन्न होना। जियो देश का पहला और अभी तक का अकेला नेटवर्क है, जिसने ग्राहकों को इस तरह की सुविधाएँ दी है। एयरटेल ने फिलहाल मुंबई में अपनी VoLTE सुविधा को लांच कर दिया है।
लेकिन, ऐसा अब और नहीं होगा। अन्य टेलीकॉम कंपनियों की तरह जियो भी अपनी कॉल्स को लिमिटेड करने जा रहा है और जियो ने इसके लिए लिमिट तय भी कर ली है। लेकिन ऐसा सभी ग्राहकों के साथ नहीं होगा। सबसे पहले आपको बता दें की लिमिट अर्थात सीमा तय करने के बाद भी इस से सामन्य यूजर को कोई तकलीफ नहीं होने वाली क्यूंकि यह सीमा 300 मिनट/दिन की है और साप्ताहिक सीमा जैसा कुछ भी नहीं है। 300 मिनट अर्थात 5 घंटे और सामान्यतः आम ग्राहक शायद ही इतनी देर बार वॉइस कॉल्स करता हो। अब आपको इसका कारण बता देतें हैं।
जियो ने ऐसा कदम TRAI या किसी अथॉरिटी के थोपे नियमों पर नहीं उठाया बल्कि, जियो ग्राहक खुद इस कदम के लिए जिम्मेदार हैं। कारण बहुत ही लाज़मी है, नेटवर्क का पोटेंशियल मिसयूज़ अर्थात संभावित दुरूपयोग। जियो ने इस शब्द का इससे पहले इस्तेमाल जियोफोन के लिए भी इस्तेमाल किया था। जियो चाहता है कि उसका नेटवर्क एक डिजिटल इंडिया के स्वप्न को पूरा करे, न की ग्राहक उसका दुरूपयोग करें।
अब जान लें कि जियो ने किन ग्राहकों पर यह लिमिट थोपी है? रिपोर्ट के अनुसार जो जियो ग्राहक काफी वक़्त से प्रतिदिन 5 घंटे से ज्यादा वॉइस कॉल्स कर रहें हैं, जियो उनपर यह लिमिट जल्द से जल्द लागु कर रहा है। इसके अलावा अपने प्रमोशनल बेनिफिट के लिए जियो का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों पर लागु करने जा रहा है।
Jio Dhan dhana Dhan