गूगल क्रोम के इंकॉग्नीटो मोड के इस्तेमाल से रखें अपनी इंटरनेट गोपनीयता का ख्याल

chromes incognito mode
अगर आप अक्सर किसी भी कंप्यूटर से अपना सोशल अकाउंट खोल लेतें हैं, या कोई भी जरुरी जानकारी को गोपनीय नहीं रख पातें तो आज हम आपको बताने जा रहें हैं, गूगल के क्रोम ब्राउज़र के इंकॉग्नीटो फीचर के बारे में।
नेटकैफे का इस्तेमाल करने वाले, पब्लिक कंप्यूटर का इस्तेमाल करने वाले या कभी जरुरत पड़ने पर किसी दूसरे के फ़ोन को इस्तेमाल करने वाले लोगों को इस फीचर के बारे में जानना बहुत जरुरी है। इस फीचर के इस्तेमाल के लिए आपको बस क्रोम को ओपन करना है और विकल्प वाले तीन बिंदुओं पर क्लिक कर के इंकॉग्नीटो मोड पर क्लिक कर देना है।

तो चलिए जानतें हैं क्रोम इंकॉग्नीटो मोड के फायदे:

प्राइवेसी
इस मोड की सबसे खास बात है यह आपकी गोपनीयता के मद्देनजर इजात किया गया है। यह आपकी ब्राउज़िंग हिस्ट्री को कही भी सेव नहीं करता है। मतलब आपने क्या सर्च किया या क्या डाउनलोड किया है, ये आपके अलावा कोई नहीं जान पायेगा। यह आपकी डाउनलोडेड फाइल्स को वही सुरक्षित रखता है, जिस लोकेशन पर आपने उन्हें सुरक्षित रखने के लिए चुना है।
सिक्योरिटी
इसका दूसरा सबसे बड़ा फायदा है सिक्योरिटी। जब आप इंकॉग्नीटो मोड पे अपने खाते को बिना लॉगआउट किये उसे बंद कर देतें है तो ये मौजूद कूकीज को डिलीट कर के आपके खाते को स्वतः लॉगआउट कर देता है, जिससे जाने या अनजाने किसी भी तरीके से कोई भी आपकी गोपनीय जानकारियों को नहीं जान सकता।
मल्टीपल लॉगिन
ये समस्या अक्सर उन लोगों के साथ आती है, जिनके पास एक से अधिक सोशल या ईमेल एकाउंट्स होतें हैं। ऐसे में आपको अपनी दूसरी आईडी के इस्तेमाल के लिए पहली आईडी से लॉगआउट करना पड़ता  है। ऐसे में इंकॉग्नीटो मोड एक वरदान ही है इसमें आप अपने दूसरे खाते को बिना पहले को लॉगआउट किये खोल सकतें हैं।
ध्यान देने वाली बात
सभी सिक्योरिटी और प्राइवेसी की सुविधा होने के बाद भी आप यह मत समझिए कि यह मोड आपको ट्रैक होने से भी बचाता है। इसका इतना ही काम है कि यह आपकी किसी भी डिटेल को उस सिस्टम जिसमे आप इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं, में सेव नहीं होने देता। लेकिन अगर आप अपने जीमेल आईडी के वेब हिस्ट्री सेक्शन में जायेंगे तो यह आपकी ब्राउज़िंग हिस्ट्री को दिखायेगा, लेकिन आप इस ट्रैकिंग को बंद करके पूरी तरह से इस प्राइवेट मोड का लुफ्त उठा सकतें हैं।
आशा करते हैं, की अब आप सुरक्षा की दृष्टि से अपने पर्सनल डिवाइसों के अलावा कही भी इंटरनेट का इस्तेमाल करेंगे तो इंकॉग्नीटो मोड को जरूर यूज़ करेंगे।

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