अगर आप चाहते है की आपकी वेबसाइट या ब्लॉग को मोबाइल पर पढने के लिए लोगों को बहुत ज्यादा स्क्रॉल और ज़ूम न करना पड़े और आपकी वेबसाइट मोबाइल, टेबलेट, कंप्यूटर इत्यादि सभी प्रकार की स्क्रीन पर पढने के लिए आसान हो तो आप ‘रेस्पोंसिव वेब डिज़ाइन’ को ही खोज रहे है|
आज जब भारत में ज्यादा से ज्यादा लोग इन्टरनेट का उपयोग मोबाइल फ़ोन के द्वारा करते है तो यह बहुत आवश्यक हो जाता है की आपकी वेबसाइट मोबाइल फोन पर देखने के लिए आसान हो|
रेस्पोंसिव वेब डिज़ाइन क्या है?
‘रेस्पोंसिव वेब डिज़ाइन’ वह तरीका है जिससे आपकी वेबसाइट का लेआउट यूजर के ब्राउज़र स्क्रीन साइज़ के अनुरूप बदल जाता है|
आपकी वेबसाइट के मेनू, लेख, साइडबार इत्यादि का स्थान और प्रदर्शन दोनों आप यूजर के ब्राउज़र के हिसाब से नियंत्रित कर सकते है|
उदहारण के लिए ‘HindiInternet.com’ को यदि कंप्यूटर में खोलें तो इस प्रकार से दिखेगी:
लेकिन यदि इसी एड्रेस को अपने मोबाइल फ़ोन में खोलें तो ये इस प्रकार नजर आएगा:
ये स्क्रीन के साइज़ के हिसाब से वेबसाइट का अपने आप लेआउट बदल लेना ‘रेस्पोंसिव वेब डिज़ाइन’ कहलाता है|
क्यों आवश्यक है रेस्पोंसिव वेब डिज़ाइन ?
- आज ज्यादातर लोग मोबाइल और टेबलेट पर ही इन्टरनेट का प्रयोग करते है| इसलिए यदि आप अपनी वेबसाइट को अच्छे से उनके सामने प्रस्तुत करना चाहते है तो उसका ‘रेस्पोंसिव’ होना आवश्यक है|
- कुछ लोग और कंपनी मोबिल के लिए अलग ही वेबसाइट बना लेते है जैसे ‘m.icicibank.com’, लेकिन यदि आपकी वेबसाइट ‘रेस्पोंसिव वेब डिज़ाइन’ से बनी है तो आप इस दोहरी मेहनत से बच जायेंगे|
- यदि लोग आपकी वेबसाइट को आसानी से पढ़ पाएंगे तो ज्यादा सम्भावना है की वे आपकी वेबसाइट पर जायदा समय बिताएंगे और उसे बार बार विजिट करेंगे|
- यदि आप अपनी वेबसाइट के कुछ हिस्से सिर्फ मोबिल, या सिर्फ डेस्कटॉप यूजर को ही दिखाना चाहते है, तो इससे आप वह भी कर सकते है|
- आप पेज के मेनू का स्टाइल और स्थान भी यूजर की स्क्रीन के हिसाब से बदल सकते है|
कहाँ से करें शुरू ?
- रेस्पोंसिव वेब डिज़ाइन के बारे में और जानने और सिखने के लिए आप W3School के इस ट्युटोरियल से प्रारंभ कर सकते है|
- यदि आप ‘Blogger.com’ जैसे ब्लोगिंग वेबसाइट का प्रयोग कर रहे है तो गूगल में ‘Free Responsive Blogger Template’ खोज कर उन्हें अपने ब्लॉग के लिए प्रयोग कर सकते है, इससे आपका ब्लॉग रेस्पोंसिव बन जायेगा|