अक्सर यूज़र्स को चिंता होती है कि कहीं उनके फ़ोन में वायरस तो नहीं है या उनकी व्यक्तिगत जानकारी पर किसी की नज़र तो नहीं है। या ज्यादातर यूज़र्स फ़ोन के हैंग होने से भी परेशान रहतें हैं। तो आज हम आपको बताएँगे की कैसे अपने एंड्राइड फ़ोन को सुरक्षित रखें
वेबसाइट्स की पहचान
आपके फ़ोन लिए कौन सी वेबसाइट सुरक्षित है और कौन सी नहीं इसको जानने का तरीका बेहद आसान है। ज्यादातर सुरक्षित वेबसाइट्स का यूआरएल https:// से शुरू होता है और जो वेबसाइट्स असुरक्षित होती हैं वहां आपको सिर्फ http:// देखने को मिलता है। ऐसी असुरक्षित वेबसाइट्स पर किसी भी लिंक को क्लिक करने से पहले ध्यान देना पड़ता है। खासकर तब जब आप अपनी बैंक डिटेल्स डाल रहें हों।
संदिग्ध एप्प्स के इंस्टालेशन से
अक्सर आप एप्प्स को दिवंलोड करने की जगह उन्हें किसी से ब्लूटूथ या शेयरइट के माध्यम से ले लेतें हैं, या फिर आप इसे गूगल के जरिये ढूंढ कर डाउनलोड कर लेतें हैं। ऐसी कई अप्प्स आपकी निजी जानकारियों को एकत्रित कर के अपने सर्वर पर अपलोड कर देती हैं। ऐसे में सुझाव है कि एप्प्स को सिर्फ और सिर्फ प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करें और उससे जुड़े सभी एप्प परमिशन को पढ़कर ही एग्री करें।
किसी भी लिंक पर न करें बेवजह टच
अक्सर सोशल मीडिया, मूवी डाउनलोड और सांग डाउनलोड जैसी वेबसाइटों पर कई ऐसी लिंक्स दी होती हैं, जिनपर यूजर के क्लिक करते ही उसके फोमे में ट्रोजन वायरस आ जाता है, जो उसकी व्यक्तिगत जानकारियों को हैक कर लेता है।
गेस्ट मोड का उपयोग जरुरी
कई बार प्लेस्टोर पर कई ऐसी एप्प्स भी मौजूद होती हैं, जीके जरिये कोई भी आपके फ़ोन में उन एप्प्स को डाल कर आपकी जानकारियों जैसे फोटो, कॉन्टेक्ट्स इत्यादि को हैक कर सकता है। ऐसे में जब भी आप किसी दूसरे आदमी को अपना फ़ोन दें तो गेस्ट मोड को ऑन कर दें।