अब वो जमाना गया जब आपको अपने हाथों से लिख कर या कीपैड की मदद से कुछ भी खोजना पड़ता था। गूगल सर्च और एप्पल की सीरी ने भले ही अपने सर्च इंजन को बहुत बेहतर कर लिया हो, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट ने इस बार सभी मोबाइल कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए अपने कोरटाना का सबसे अपग्रेडेड वर्शन लांच किया है। यह स्पीच रेकॉग्नाइसेसन सिस्टम सिर्फ आपकी आवाज़ को समझेगा ही नहीं बल्कि एल इंसान की तरह आपकी पूरी मदद करने की कोशिश भी करेगा। इससे इंटरैक्ट करते हुए आपको ऐसा महसूस होगा जैसे आप किसी इंसान से बातें कर रहें हैं।
इस हफ्ते के पब्लिश्ड पेपर में, माइक्रोसॉफ्ट के आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस टीम के रिसर्चर्स और इंजीनियरों ने बताया कि नया सर्च असिस्टेंट एक प्रोफेशनल ट्रांस्क्रिप्टिनिस्ट की तरह कार्य करता है। इसमें शब्दों की त्रुटि दर (वर्ड एरर रेट) मात्र 5.9% ही है। पिछले महीने यह त्रुटि दर 6.3% थी। 5.9% त्रुटि दर अभी तक की सबसे कम त्रुटि दर्ज की गयी है, जिसका मतलब है कि यह अब मानवीय बोलचाल के लगभग बराबर ही है।
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और वॉइस रेकॉग्निसन सिस्टम को मिलकर माइक्रोसॉफ्ट इसे जल्द ही अपने कोरटाना में लाना चाहता है। तकनिकी क्षेत्र में यह एक क्रांति ही होगी। यह सुविधा आने वाले वक़्त में विंडोज के पीसी, लैपटॉप और मोबाइल यूज़र्स को मिलेगी।