आज का दौर इंटरनेट का है। मतलब की आप जो चाहें वो काम इंटरनेट पर कर सकते हो। और ऐसे में ऑनलाइन शॉपिंग आज के दौर के हिसाब से तेजी से बढ़ रही है। लेकिन आपको वेबसाइट की सही जानकारी न होने पर कई फर्जी ई कॉमर्स साइट्स आपको ठग भी सकती हैं। आज इन्हें पहचानने के लिए आपको कुछ टिप्स दिये जा रहें हैं ताकि आप ठगने से बच सकें।
फर्जी साइट्स को कैसे पहचान सकते हैं
कोई कंपनी कितनी सही है या कितनी फेक है। इसे जानने के लिए इंटरनेट पर कई ऐसी वेबसाइट्स पहले से ही हैं। एक वेबसाइट है जिसका नाम urlvoid.com है। यहां से आपको पता चल जायेगा कि कंपनी कब से ऑनलाइन बिजनस में चल रही है। नेट पर और भी बहुत टूल मौजूद हैं जो पता करते हैं की कंपनी की वेबसाइट का डोमेन कब लिया गया था और यह साइट कब से ऑनलाइन चल रही है। इस प्रकार की जानकारी लेने के लिए आप toolsvoid.com पर जा सकते हैं।
इस साइट पर जाने के बाद आपके लेफ्ट साइड में MORE TOOLS के ओपसन के नीचे Host who is looking पर जाकर वह कंपनी दिन पुरानी है और कब तक उसका URL वैलिड हैँ। यें सभी जानकारियाँ आप यहां से पता कर सकते हैं।>> अमेज़न ने फिर से शुरु की दीवाली सेल 17 से 20 अक्टूबर जाने क्या खास है इस सेल में
किसी भी कंपनी की वेबसाइट के नीचे जाकर उसके कॉपीराइट की इन्फ़र्मेशन जरूर देखें। अगर कंपनी असली लगती है तो उसके नाम के साथ वैट आई डी भी देखनी चाहिए। किसी भी कंपनी के बारे में आप गूगल पर भी जानकारी ली जा सकते हैं।
जिस किसी वेबसाइट के URL के आगे HTTPS नहीं लगा मिलता है तो वहां से कभी भी खरीदारी न करें। अच्छी वेबसाइट पर URL के आगे हरे लॉक का निशान लगा मिलता है।
उस कंपनी की वेबसाइट के होम पेज पर जाकर Contact पर क्लिक करें। अगर आपको उसमें उनके बारे में ऐडरेस जैसी जानकारी ना मिले तो ऐसी साइट पर शॉपिंग करने से बचें। क्योंकि कोई भी वेबसाइट हो उनकी पूरा पता लिखा हुआ होता है। देखने में आया है कि ऐसी साइटों की जो भाषा लिखी होती है वो थोड़ी अटपटी सी होती है। क्योंकि जिस वेबसाइट पर लैंग्वेज में गलती दिख रही होती है तो उस साइट के फर्जी होने के चांसेज काफी बढ़ जाते हैं।
आशा करता हूँ कि आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी।
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि- आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (18-10-2016) के चर्चा मंच "बदलता मौसम" {चर्चा अंक- 2499} पर भी होगी!
शरदपूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'