आपने देखा की पहले कैसे जावा फ़ोन्स से आज हम स्मार्टफोन्स की दुनिया में आ गए है और हर आये दिन कुछ नयी फ़ोन तकनीक के बारे में हम सुनते रहतें हैं। तो हम आपको भविष्य में ले जाते हैं, हम ज्यादा आगे तो नहीं लेकिन 2020 तक बढ़ेंगे और अनुमान लगाएंगे की 3-4 साल बाद आने वाले स्मार्टफोन्स में हमें आज के फ़ोन्स से क्या कुछ अलग मिलेगा…..
1. ऑगमेंटेड रियलिटी
ऑगमेंटेड रियलिटी एक ऐसी तकनीक है, जिससे हम रियल टाइम में किसी भी स्थान से अपने फ़ोन से वहां से जुडी जानकारियां प्राप्त कर सकतें हैं। जैसा कि ऊपर दी हुई तस्वीर में दिख रही डिटेल्स बता रहीं हैं। यही नहीं गूगल ट्रांसलेट इन इस फीचर का उपयोग भी किया है जिसके द्वारा आप किसी दूसरी भाषा में लिखे हुए लेख को कैमरे की मदद से अपनी पसंदीदा भाषा में बदल सकतें हैं।
2. फ्लेक्सिबल स्क्रीन
दुनिया का पहला बेज़ेललेस फ़ोन बनाने वाली कंपनी शाओमी बन चुकी है, इसके अलावा एज तो एज डिस्प्ले सैमसंग ने पहले ही अपनी नोट और एस सीरीज में लांच कर दिया था। लेकिन, लोगों की तकनीक से उम्मीद और कुछ अलग देखने की चाहत में लगभग हर बड़ी मोबाइल कंपनी इसपर काम कर रही है।
3. बायोमेट्रिक पासवर्ड
सैमसंग नोट 7 दुनिया है पहला ऐसा फ़ोन है जिसमे आईरिस तकनीक पर काम किया गया। सुरक्षा की दृष्टि से आँखों से पहचान, फिंगरप्रिंट से पहचान के मुकाबले तीन गुना ज्यादा सुरक्षित है। फिंगरप्रिंट स्कैनर अब 7000 रुपये से ऊपर के सभी स्मार्टफोन में आम हो चूका है, लेकिन जल्द ही बायोमेट्रिक्स इसकी जगह ले लेगा।
4. मॉड्यूलर स्मार्टफोन्स
मॉड्यूलर फ़ोन्स वो स्मार्टफोन्स है, जिसमे फ़ोन के सभी फीचर्स को यूज़र्स अपनी जरुरत के हिसाब से बदल सकतें हैं, जैसे कैमरा, बैटरी, स्पीकर, सेंसर्स और अन्य फीचर्स। गूगल आरा एक ऐसा ही प्रोजेक्ट था लेकिन अब यह बंद हो चूका है फिर भी मोटोरोला और एलजी ऐसी स्मार्टफोन्स कंपनियां हैं, जिन्होंने इस तकनीक से जुड़े स्मार्टफोन्स बाजार में लांच किए हैं।
5. 3डी तकनीक और होलोग्राफिक स्क्रीन
बाजार में फुल एचडी, अल्ट्रा एचडी के बाद 3डी स्क्रीन्स की डिमांड्स है बात स्मार्टफोन्स की हो या टेलेविजन्स की। लेकिन अब 3डी स्क्रीन्स के बाद क्या….
तो आपको बात दें कि आधुनिक तकनीक में स्मार्टफोन्स में होलोग्राफिक स्क्रीन्स की डिमांड हो रही है। इस तकनीक से ऐसा महसूस होगा जैसे वीडियो आपके फोन स्क्रीन के बहार चल रहा हों।
तो, हमारे अनुमान से ये वो तकनीक है, जिन्हें 4 सालों के अंदर आप अपने स्मार्टफोन्स में देख सकतें हैं। अगर हमने कोई तकनीक छोड़ दी है तो प्लीज हमें बताएं….