नोटबंदी के बाद बैंकों ने एक-एक कर छोटे-बड़े बदलाव किए. नियम बदले और सुविधाओं में भी बदलाव किया गया. इस बार देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) की ओर से बड़ी घोषणा हुई है. जिसके बारें में हमें जान लेना चाहिए क्योंकि देश में सबसे ज्यादा खाताधारक एसबीआई के हैं. इस घोषणा को जानने के लिए बेताबी बढ़ रही होगी तो बिना विलंब किए बात करते हैं. 1 अप्रैल को हो रहे बड़े बदलाव को लेकर. इस बात से बेफिक्र हो जाएं कि आपको कोई दिक्कत या परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से यह घोषणा कल किया गया. मीडिया से बात करते हुए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने इस बात कि जानकारी दी और साथी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर के जानकारी दी गई है. इन दो सूत्रों के आधार पर यह तय है कि किसी तरह की अफवाह नहीं है. हालांकि इससे बैंकिंग सेक्टर में थोड़ा उथल-पुथल मचा हुआ है पर ज्यादा घबराने वाली कोई बात नहीं है. हालांकि नोटबंदी के बाद से बैंकों की किसी घोषणा से हम घबराए रहते हैं लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं.
इस घोषणा से ना तो किसी तरह के सर्विस टैक्स बढ़ाए जाएंगे और ना ही आपको कोई पैसा मिलने वाला है पर यदि आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहक हैं तो फिर यह आपके लिए बड़ी खबर है जिसकी जानकारी होनी चाहिए. अन्यथा हो सकता है कि जानकारी के अभाव में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अन्य नाम के शाखा में झगड़ा कर बैठे.
यदि स्टेट बैंक ऑफ बिकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर आदि जितने भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अन्य नाम के शाखा में आपका बैंक अकाउंट है तो फिर आपके लिए यह खबर खास है. जिसको जान लेना बेहद जरूरी है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के बदलाव को जानें-
स्टेट बैंक ऑफ बिकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर आदि जितने भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अन्य नाम के शाखा को अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नाम से संचालित किया जाएगा. संभावना है कि उपरोक्त नाम के बैंक खाताधारकों के पासबुक में बदलाव किया जाए पर यह तय हो गया है कि अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया केवल एक ही बैनर तले सारे बैंक को संचालित करेगी, जो कि उसकी शाखा के अंदर आते हैं.