दोस्तों, जैसा कि हमने आप सभी को अपने लेखों के माध्यम से बार-बार सूचित किया है कि आपको अपना मोबाइल नंबर अपने आधार कार्ड के माध्यम से री-वेरीफाई करना होगा और इसकी आखिरी तारीख भी 31 दिसंबर,2017 है। चूँकि अभी तक लगभग 50% लोगों ने अपना नंबर री-वेरीफाई करा लिया है। लेकिन अब अभी कुछ लोग ऐसे हैं, जो बचे रह गए हैं। चूँकि, अब इसके लिए गिने चुने ही दिन बच गएँ हैं और जिनके नंबर वेरिफाइड नहीं होंगे उनके नंबर की सुविधाएं 31,दिसंबर 2017 के बाद रोक दी जाएँगी।
सरकार ने वेरिफिकेशन से जुडी समस्यायों का संज्ञान लेते हुए इस वेरिफिकेशन को और आसान बनाने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दे दिए हैं और नया तरीका बहुत ही सरल और सामन्य होगा। इसके लिए सरकार ने री-वेरिफिकेशन ऐट डोरस्टेप और OTP द्वारा वेरिफिकेशन की सलाह दी है। क्यूंकि, बुजुर्ग ग्राहकों का ध्यान देते हुए ऐसे कदम उठाने पड़ें हैं, कई बुजुर्ग ऐसे भी हैं, जो वेरिफिकेशन के लिए नहीं जा सकतें और कई के तो फिंगरप्रिंट में भी फर्क आ गया है। ऐसी असमर्थताओं और कम होते दिनों के मद्देनज़र सरकार ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
सरकार ने इसके लिए टेलीकॉम कंपनियों को वेबसाइट या फिर एप्प जैसी मैकेनिज्म का इस्तेमाल करने किसलाह दी गयी है,ताकि इस काम को वक़्त के अंदर आसानी से ख़त्म किया जा सकें। इसके लिए OTP जैसी सुरक्षित सुविधा का IVRS या SMS तकनीक द्वारा भी इस्तेमाल किया जायेगा। इसके अलावा सरकार ने ये भी निर्देश दिए हैं की वेरिफिकेशन के दौरान ग्राहक की डिटेल्स न तो एजेंट को दिखाई दें और न ही वो इसे स्टोर कर पाए, इसका खासा ध्यान रखा जाये।
IRIS तकनीक द्वारा वेरिफिकेशन भी जल्द ही लागु हो जायेगा, जिसके द्वारा जिन लोगो को फिंगरप्रिंट स्कैनिंग से वेरिफिकेशन में दिक्कत हो रही है, को निजात मिलेगा। फिलहाल यह सुविधाएँ जल्द ही लागु हो जायेंगीं, लेकिन अभी एजेंट्स वेरिफिकेशन के दौरान आपकी डिटेल्स देख सकता है और आपको अपने फिंगरप्रिंट्स द्वारा ही वेरिफिकेशन करना होता है, इसमें आप अपने हाथ की 10 में से किसी भी उंगली का इस्तेमाल कर सकतें हैं। अगर आपने अपने नंबर का री-वेरिफिकेशन नहीं कराया है तो जल्द करें।