एक अक्टूबर से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने बहुत प्रकार के चेंजेज किए हैं. मतलब कि इस बदलाव से हमलोगों को फायदा होगा. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने बहुत सारे ट्रांजेक्शन करने के चार्जेज कम कर दिए हैं. इसकी जानकारी विज्ञापन और सोशल मिडिया साइट्स के जरिए भी दी गई है फिर भी यदि आपको जानकारी नही मिल पाई है तो हम आपको जानकारी मुहैया करा रहे हैं. इस जानकारी से आपको एसबीआई की बदलाव की नीति का पता चल जाएगा.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) बैंक ने मनी ट्रांसफर सर्विस आईएमपीएस यानी इमिजिएट पेमेंट सर्विस पर लगाए जाने वाले शुल्क में बदलाव किया है. नई व्यवस्था के मुताबिक, 1000 रुपए तक का आईएमपीएस निःशुल्क रहेगा. मतलब कि किसी प्रकार से बैंक पैसा नहीं ऐठेगा. इससे आपको फायदा होगा लेकिन आगे अभी और भी कमाल की जानकारी है, जानिए…
- एसबीआई ने ट्विटर पर यह जानकारी दी है कि 1000 से 1 लाख तक के आईएमपीएस ट्रांसफर पर अब 5 रुपए चार्ज लगेगा.
- वहीं 1 लाख रुपए से दो लाख रुपए तक के ट्रांसफर के लिए 15 रुपए शुल्क रखा गया है. इनशुक्ल में जीएसटी भी शामिल हैं.
- मालूम हो, आईएमपीएस सेवा का उपयोग करते हुए मोबाइल फोन या इंटरनेट बैंकिंग से ट्रांसफर किया जा सकता है.
- यह सेवा छुट्टियों समेत 24×7 उपलब्ध है।NEFT और RTGS भी हुए सस्ते के साथ ही बैंक ने दूसरी मनी ट्रांसफर सेवाओं- NEFT और RTGS ट्रांजेक्शन के शुल्क भी कम कर दिए हैं.
- डिजिटल ट्रांसजेक्शन को प्रमोट करने के लिए ऑनलाइन मनी ट्रांसफर सेवाओं के शुल्क घटाए गए हैं. इससे पहले NEFT के जरिए 10,000 रुपए तक ट्रांसफर करने पर 2 रुपए चार्ज लगता था. अब इसे घटाकर 1 रुपया कर दिया गया है. इसमें 18 फीसदी जीएसटी भी शामिल है.
- वहीं 10,000 रुपए से 1 लाख रुपए तक NEFT ट्रांसफर के लिए शुल्क 4 रुपए से घटाकर और भी कम कर दिया गया है.