रेलवे का टिकट बुक करते समय हमें कुछ शॉर्टकट शब्द दिखाई देते हैं लेकिन हम उनको जानें बिना ही क्लिक कर देते हैं. इससे कई बार हमारी टिकट कंफर्म हो जाती है और कई बार नहीं हो पाती है. हालांकि इस तरह की बात हमें रेल काउंटर पर भी सुनने को मिलती है लेकिन हम जानें बिना टिकट देने के लिए हां कर देते हैं. लेकिन हर बार हां कहना हमारे लिए सही साबित नहीं होता है. इससे हमारी टिकट कंफर्म नहीं होने का डर रहता है.
हम आपको इन शब्दों का मतलब बता देते हैं. इसके बाद आपको पता चल जाएगा कि कब हां या ना करनी है. मतलब कि किस परिस्थिति में कौन सा ऑप्शन चुनना सही होगा. इसके लिए आपको बहुत दिमाग लगाने की जरूरत नहीं है. इसके अलावा इस जानकारी की जरूरत कभी एग्जाम में भी पड़ सकती है. लेकिन इसकी सबसे खास बात यह है कि इन शब्दों पर ही डिपेंड करता है कि आपकी टिकट कंफर्म होगी या नहीं. इस लहजे से यह जानकारी तो बहुत ही खास है.
क्या हैं वो शॉर्टकट शब्द-
ये सभी वेटिंग लिस्ट के प्रकार हैं-
- GNWL- जनरल वेटिंग लिस्ट, इसका मतलब है कि आपने जिस ट्रेन की टिकट ली है, वह ट्रेन वहीं स्टेशन या आसपास स्टेशन से बनकर खुलती है. इसमें टिकट कंफर्म होने के चांसेज ज्यादा होते हैं.
- RLWL- रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट, दो बड़े स्टेशनों के बीच, जहां पर ज्यादा ट्रेनें नहीं आती है तो ऐसे में इस तरह का टिकट मिलता है. ऐसे टिकट कंफर्म होने के चांसेस ज्यादा होता है.
- PQWL- छोटे स्टेशनों पर कोटे में दी गई सीट के आधार पर टिकट दिया जाता है. इसमें भी टिकट कंफर्म होने के चांसेज कम होते हैं. PQWL/REGRET- इसका मतलब है कि ट्रेन में सीट नहीं है और आपको टिकट नहीं मिलेगी.
- RAC- इसका मतलब तो आप जानते ही होंगे कि आपको सिर्फ बैठ कर सफर करना पड़ेगा. इसमें सीट कंफर्म (एक सीट) होने के चांसेज ज्यादा होते हैं.
- तत्काल व प्रिमियम तत्काल में आपको प्रिमियम तत्काल टिकट लेना फायदेमंद होगा. लेकिन इसके लिए आपको किराया ज्यादा देना पड़ेगा.
- टिकट बुक करते समय वेटिंग लिस्ट के प्रकार को खासा ध्यान रखें. इसके अलावा विकल्प व इंश्योरेंस ऑप्शन को क्लिक करना ना भूलें.