खाँसी की बीमारी हो या सिर दर्द की बीमारी या जुकाम सर्दी हो ये कुछ ऐसी बीमारी में है जो किसी मौसम या धूप घडी का इन्तजार नहीं करती। खांसी और जुकाम एक ऐसी बीमारी होती है जिसमें व्यक्ति न तो ठीक तरह से किसी से बात कर सकते हैं और ना ही किसी भी तरह का काम ठीक ढंग से कर सकता है।
खाँसी होने की कई वजह होती है और यह बहुत तकलीफदेह होती है। लेकिन यहां पर खांसी से छुटकारा पाने के लिए कुछ फायदेमंद उपाय बताये जा रहे हैं।
खाँसी के अचूक उपाय जिनसे मिलेगी खाँसी से राहत
1. सौंठ खांसी के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। अगर सौंठ को आप पीस कर थोड़े से पानी में अच्छी प्रकार से उबाल ले और जब वह पानी 1/4 रह जाये तो आप गुनगुना (कम गर्म) होना के लिए छोड़ दें। अब आप इसको दिन मे तीन चार बार प्रयोग करें। आपको तुरंत ही लाभ मिलना शुरू हो जायेगा।
2. पानी को गर्म कर ले और फिर पानी गुनगुना होने पर उसके गरारे कर ले तो इससे आपको दो फायदे होंगें। एक तो आपका गला ठीक रहेगा और आपकी खांसी भी कम हो जायेगी।
3. 6-7 तुलसी के पते और साथ में 5-6 काली मिर्च लेके इसके साथ 5-6 काला मुनक्के को 5-7 ग्राम आटे का चोकर लेकर उसे 6-7 ग्राम मुलहठी और 3-4 ग्राम बनफशा के फूल को 250 ग्राम पानी मे अच्छी तरह से उबाल ले और जब वह आधा रह जाये तो उसे ठंडा कर ले।
उसके बाद आप उसमें पतासों को डालकर कर हर रात को सोने के समय गर्म गर्म पी लें और ये पीने के पाद आपको हवा से बचना होगा। आप चादर का इस्तेमाल कर सकते हो। कैसी भी खांसी हो वो ठीक हो जायेगी।
4. हरड़े के चूर्ण को पीपली के साथ उसमें काली मिर्च मिलाकर काढ़ा बना लो। अब आप इसका उपयोग आप दिन मे दो बार कर सकते हो। आपको जल्दी ही खांसी मे आराम महसूस होगा।
5. थोड़े से शहद में काली मिर्च को पीसकर लेने से खांसी में बहुत ज्यादा कमी आती है और जल्दी ठीक होती है।
6. अदरक भी खांसी के लिए बहुत अच्छा होता है। आप एक चम्मच इसके रस में थोडी सी हल्दी मिलाकर पीने से खांसी में बहुत सारा फायदा होता है।
7. काले बांसे में थोडा सा शहद मिलाकर लेने से भी खांसी जल्दी ठीक हो जाती है।
8. शहद मे किशमिश, मुनका मिलाकर चाटने से खाँसी कम हो जाती है।
9. कभी भी तली हुई चीज पर पानी नहीं पीना चाहिए। इस से भी खांसी होती है। ज्यादा ठंडा पानी या ज्यादा ठंडे पदार्थ लेने से भी खांसी हो सकती है। आपको इनसे परहेज करना चाहिए।
आशा करता हूँ की दी गई जानकारी आपको बहुत लाभ पहुंचायेगी।
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरूवार (01-09-2016) को "अनुशासन के अनुशीलन" (चर्चा अंक-2452) पर भी होगी।
—
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर…!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'