डिजिटल इंडिया को बढ़वा देने के लिए सरकार भी अपनी सेवाओं को धना-धन ई-सेवाओं से जोड़ते जा रही है. भाजपा सरकार ने हाल ही में फैसला लिया है कि मोबाइल एप के जरिए पीएफ फंड को निकाला जा सकेगा. जिससे कि पीएफ होल्डरों की समस्या कम होगी और इसके साथ ही पीएफ के प्रति विश्वासनियता बढ़ेगी.
हालांकि पीएफ फंड को लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए लेबर मिनिस्ट्री काफी जोरों से काम कर रहा है. जिससे पीएफ फंड लोगों तक पहुंचे. इसके लिए आॅनलाइन आवेदन करने की सुविधा भी बढ़ाई गई है. जिससे कि लोगों को कम समय में जल्दी से पीएफ का पैसा मिल रहा है. इस एप के जरिए लोगों का फंसा पीएफ जल्द ही मिलेगा.
मोबाइल एप क्यों-
डिजिटल जमाने का ख्याल रखते हुए मौजूदा सरकार डिजिटलाइजेशन पर तेजी से काम कर रही है तो फिर लेबर मिनिस्ट्री कैसे पीछे रह सकता है. इस मोबाइल एप के जरिए पादर्शिता बढ़ेगी. इसके अलावा अधिकारी बेवजह बहाना बनाकर पीएफ फंड को पचाने की कोशिश नहीं करेंगे.
-कम समय में जल्द मिलेगा पैसा.
-अधिकारियों की मनमानी रूकेगी.
-भ्रष्टाचार खत्म होगा.
-पीएफ फंड समय पर मिलेगा.
-आॅफीस में चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा.
-तीन घंटे में होगा काम.
जानें पीएफ एप के बारे में-
जल्द ही मोबाइल ऐप के जरिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) मोबाइल एप लांच करने जा रहा है. मोबाइल ऐप ‘उमंग’ के जरिए क्लेम सेटल करने की तैयारी कर रहा है. लेबर मिनिस्टर बंडारू दत्तात्रेय ने लोकसभा में बताया कि ईपीएफओ पीएफ क्लेम की एप्लीकेशन ऑनलाइन रिसीव करने के लिए ऑनलाइन क्लेम सेटलमेंट प्रॉसेस भी डेवलप कर रहा है.
-इससे लगभग 4 करोड़ मेंबर्स को फायदा होगा.
-लेबर न्यू एज गवर्नेंस के लिए एप्लीकेशन को यूनीफाइड मोबाइल ऐप से जोड़ा जाएगा.
– ईपीएफओ सालाना 1 करोड़ आवेदन पीएफ विदड्रॉल, पेंशन फिक्स करने या ग्रुप इन्श्योरेंस बेनेफिट सेटलमेंट के लिए रिसीव करता है.
-हालांकि आॅनलाइन सेवा शुरू हो चुकी है पर मोबाइल एप ‘उमंग’ फिलहाल बनाया जा रहा है, बाजार में आने के बाद हिंदी इंटरनेट की टीम जल्द ही लेकर हाजिर होगी.
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