अगर आप पेटीएम इ-वॉलेट का इस्तेमाल करतें हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत ही जरुरी है। क्योकि , पेटीएम अब इ-वॉलेट से पेमेंट बैंक बन चूका है और ऐसा 23 मई को हुआ है, जिसकी जानकारी पेटीएम ने अपने उपभोक्ताओं को SMS के जरिये दे दी थी। पेटीएम ने 2020 तक 500 मिलियन ग्राहकों को इससे जोड़ने का लक्ष्य रखा है। अभी पेटीएम के 218 मिलियन एक्टिव ग्राहक हैं। अपने ग्राहकों के खातों के लिए पेटीएम KYC सेंटर्स भी खोल रही है।
पेटीएम पेमेंट बैंक ग्राहकों को 4% की ब्याजदर और रकम जमा करने पर कैशबैक भी दे रहा है, लेकिन यह ब्याजदर बाकि के दो पेमेंट बैंक एयरटेल 7.3% और इंडियन पोस्ट 5.5% से भी कम है। इस खातें में आप 0 मिनिमम बैलेंस और बिना किसी एक्स्ट्रा चार्ज के ऑनलाइन ऑनलाइन ट्रांसेक्शन कर सकतें हैं। पहले 1 मिलियन ग्राहकों को खता खोलकर 20,000 रूपये जमा करने पर 250 रुपये का तुरंत कैशबैक मिलेगा। इसके अलावा आप चाहें तो बिना किसी पैसे के ज़ीरो मनी के साथ भी खाता खोल सकतें हैं।
पेटीएम पेमेंट बैंक के चेयरमैन विजय शेखर शर्मा ने बताया, ” RBI ने हमें भारत में एक नया बैंकिंग मॉडल बनने का मौका दिया है। हमें गर्व है की हम अपने ग्राहकों के जमा पैसे को राष्ट्रहित के काम में लाएंगे और हम किसी भी रिस्की एसेट्स में ये पैसे इन्वेस्ट नहीं करेंगे।”
पेटीएम दुकानदारों के लिए भी चालू खाता लाने की योजना बना रहा है। पहले ही वर्ष में पेटीएम ने 31 ब्रांच और 3000 सर्विस पॉइंट्स स्थापित करने की बात कही है। कंपनी जल्दी ही अपने ग्राहकों के लिए वर्चुअल रूपे डेबिट कार्ड लाने की बात भी कह रही इसके अलावा ATM निकलने के लिए फिजिकल कार्ड्स भी लाये जायेंगे।
पेटीएम डिजिटल इंडिया मुहीम का एक बड़ा सप्पोर्टर रहा है, और चीनी अलीबाबा, बेलवेटेर और सॉफ्टबैंक भी पेटीएम के मददगार रहें हैं। ऐसे में ये देखना होगा कि क्या कम ब्याजदर पेटीएम की राह का रोड़ा बनता है या लोग इसका वैसे ही बढ़-चढ़ कर साथ देंगे जैसा कि उन्होंने नोटबंदी के वक़्त दिया था।