इसमें कोई शक नहीं है कि एसबीआई के पास सबसे ज्यादा खाताधारक हैं. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भारत का सबसे बड़ा बैंक है जो कि हर गांव तक पहुंचा है. लेकिन अब जीएसटी के कारण एसबीआई को कुछ टैक्स को बढ़ाना पड़ा है. जिसका बोझ सीधे-सीधे ग्राहकों पर पड़ेगा.
अगर आपका बैंक अकाउंट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में हैं तो भाई साहेब जरा संभल जाइए क्योंकि बैंक अब ट्रांजैक्शन और विड्रॉल में बदलाव करने जा रही है. जीएसटी के लागू होने के बाद एसबीआई ने अपने मोबाइल एप (SBI Bank Buddy) का इस्तेमाल करने वालों के लिए कुछ बदलाव किए हैं.
इन बदलावों को लेकर आपको जान लेना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार से गलती ना कर बैठें. जिसके कारण हो सकता है कि आपको ज्यादा टैक्स चुकाना पड़े. यानि की कोशिश करें कि अब कम से कम बार में ज्यादा ट्रांजैक्शन कर लें ताकि टैक्स बचे.
एसबीआई ने इन पर बढ़ाया टैक्स-
मोबाइल एप (SBI Bank Buddy)-
अगर आप एसबीआई का बडी एप यूज करते हैं तो आपको अब इसके द्वारा एटीएम से पैसा निकालने पर 25 रुपया प्रति ट्रांजैक्शन देय होगा. इसलिए ज्यादा इस्तेमाल से बचें.
ऑनलाइन ट्रांसफर-
ऑनलाइन ट्रांसफर पर भी कटेगा पैसा अगर आप एक लाख रुपये तक ऑनलाइन (IMPS) पैसा ट्रांसफर कर रहे हैं तो इसके लिए आपको 5 रुपये प्लस टैक्स देना होगा. वहीं अगर आप 1 से 2 लाख रुपये तक पैसा ऑनलाइन ट्रांसफर कर रहे हैं तो इसके लिए आपको 15 रुपये प्लस टैक्स अदा करना होगा और अगर आपका ऑनलाइन ट्रांसफर अमाउंट 2 से 5 लाख रुपये हैं तो इसके लिए आपको 25 रुपये के साथ टैक्स देना होगा.
खराब नोट बदलने पर-
इतना ही नहीं आपको खराब नोट बदलने पर भी लगेगा पैसा एसबीआई के अनुसार अगर आप 20 से ज्यादा खराब नोट्स या 5000 से ज्यादा रुपये तक के नोट्स बदलना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 2 रुपये और साथ में टैक्स भी देना होगा.
(नोटःलेटेस्ट जानकारी के लिए आप एसबीआई के नजदीकी शाखा में जा सकते हैं या बैंक पासबुक पर छपे कस्टमर केयर के साथ बात कर जानकारी ले सकते हैं.)